
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का दिल्ली AIIMS में गुरूवार 26 दिसम्बर की रात निधन हो गया। उन्हें तबीयत बिगड़ने पर गुरुवार देर रात भर्ती कराया गया था। पूर्व पीएम के निधन पर सरकार ने 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। उनके निधन के बाद कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह करीब 92 साल के थे। उन्हें गुरुवार शाम बेहोश होने के बाद दिल्ली AIIMS में भर्ती कराया गया था। जहां रात 9.51 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित तमाम राजनीतिक हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
पूर्व पीएम के निधन पर सरकार ने 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। निधन के बाद देर रात मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर AIIMS से उनके दिल्ली स्थित आवास पर लाया गया। बता दें कि डॉ. मनमोहन सिंह लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे थे। इससे पहले भी उन्हें कई बार स्वास्थ्य कारणों से अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका था।
प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह ने भारत की विदेश नीति को आकार दिया और राजनीतिक दलों के कड़े विरोध के बावजूद अमेरिका के साथ असैन्य परमाणु समझौते के लिए बातचीत को आगे बढ़ाया। जब मनमोहन सिंह ने 1991 में वित्त मंत्री का पद संभाला तो भारत गंभीर भुगतान संतुलन संकट से जूझ रहा था।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जन्म अविभाजित पंजाब (अब पाकिस्तान में) के एक गांव में हुआ था और उनके परिवार ने विभाजन की त्रासदी झेली थी। शायद यही कारण है कि श्री सिंह अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में अक्सर सांप्रदायिक सद्भाव की बात करते थे। भारत में आर्थिक सुधारों का सूत्रपात करने वाले डॉ . मनमोहन सिंह ने आखिरकार 27 दिसम्बर की रात दुनिया को अलविदा कह दिया। उनका जन्म पंजाब प्रांत के पश्चिमी क्षेत्र गाह में हुआ था जो अब पाकिस्तान में आता है। श्री सिंह एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री थे और भारत समेत विदेशों में उनका बहुत सम्मान था।