
बस्ती (उ. प्र.)। जिले में उद्योग का रुप ले चुके जुए के अड्डों पर पुलिस का कोई खौफ नहीं है। शहर से मात्र दस किलोमीटर दूर खुलेआम जुए का कारोबार फल फूल रहा है। नियंत्रण लगाने को कौन कहे, खबरें और वीडियो तक सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भी कोई जिम्मेदार संज्ञान लेते दिखाई नहीं दे रहा है। जबकि प्रायः ऐसी अप्रिय घटनाएं सामने आती हैं, जिसकी जड़ में जुआ होता है।
(यह चित्र वायरल वीडियो का वास्तविक अंश बताया जा रहा है)
ताजा मामला लालगंज थाना क्षेत्र के महसों का है। यहां जुआ माफिया खासे सक्रिय हैं। यहां पुलिस चौकी क्षेत्र महसों अन्तर्गत चंगेरवा में जुए का व्यवसाय फल फूल रहा है। बताया जाता है कि यहां उद्यान के निकट मस्जिद के बगल बगीचे में खुलेआम जुए का अड्डा संचालित हो रहा है। मजे की बात ये है कि इस अड्डे के भी चीफ आपरेटर हैं। जो बाकायदा सारी जिम्मेदारियां ओढ़े हुए सरल, सुरक्षित और आसान तरीके से इस काले कारोबार के शौकीनों को संरक्षण प्रदान करते हैं। इस मुख्य कारोबारी का नाम बिंदू सिंह बताया जाता है।
जानकारों की मानें तो यहा लाखों का वारा न्यारा करते हुए जुआ माफिया कई घरों को बर्बाद कर रहे हैं। जुआ कारोबारी बेधड़क अपने इस अवैध कार्य को अंजाम देते हैं। इनके दुस्साहस के कारणों की जानकारी करने पर पता चलता है कि कोई जिम्मेदार इन्हें लाइन देता है। जिससे ये बेफिक्र होते हैं। लाइन देने का मतलब हिस्सा लेना और संरक्षण प्रदान करना है। यहां बड़ा सवाल यह भी है कि जो आम जनता को खुलेआम दिखाई दे रहा है, वह हमारे जिम्मेदारों आखिर क्यों नहीं दिखता। जबकि इस अड्डे पर रेगुलर गाड़ियों का तांता भी लगा रहता है। क्योंकि खिलाड़ी दूर दराज क्षेत्रों से भी आते हैं। आसपास की जनता भी इन गतिविधियों से काफी असुविधा महसूस करती है। यदि समय रहते ऐसे कारोबार पर अंकुश नहीं लगा, तो कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है, और प्रशासन को जवाब देते नहीं बनेगा।