
पलवल। जम्मू – कश्मीर के पुंछ और तंगधार सेक्टर में मंगलवार रात से पाकिस्तान की सेना द्वारा की गई भीषण गोलाबारी में अब तक 15 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई है, जबकि 43 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। रक्षा सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान सेना ने सात मई को जानबूझकर सीमा के रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया, जिससे गांवों में दहशत फैल गई और कई घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। इस घटना में तीन भारतीय सिख नागरिकों की भी जान चली गई। भारतीय सेना के घायल हुए एक जवान शहीद हो गए हैं। इनका नाम दिनेश कुमार शर्मा था।
गुरुद्वारे पर हमला, 3 सिखों की मौत
पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी में पुंछ स्थित श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा साहिब पर भी हमला हुआ। जिसमें तीन सिख श्रद्धालु – भाई अमरीक सिंह (रागी), भाई अमरजीत सिंह और भाई रणजीत सिंह की मौत हो गई। शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा “यह हमला मानवता के खिलाफ है। हम शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं और सरकार से पीड़ित परिवारों को मुआवज़ा देने की मांग करते हैं।” पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि गुरुद्वारे जैसे पवित्र स्थलों को निशाना बनाना निंदनीय है और यह आम लोगों पर सीधा हमला है।
भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया। इसके बावजूद पाकिस्तान ने आज बुधवार को फिर से सीज़फायर उल्लंघन करते हुए आम जनता को निशाना बनाया। गोलाबारी की चपेट में आए कई घरों की खिड़कियां टूट गईं और दीवारों में दरारें आ गईं। जान – माल के नुकसान के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्थिति की समीक्षा के लिए आपात बैठक बुलाई।
बुधवार सुबह से ही पाकिस्तान की ओर से लगातार फायरिंग की जा रही है। इसी कड़ी में जम्मू-कश्मीर के बारामूला सेक्टर में हुई गोलीबारी में हरियाणा के पलवल जिले के एक जवान दिनेश कुमार शर्मा शहीद हो गए। ये 2014 में सेना में भर्ती हुए थे और इस वक्त बारामूला में तैनात थे। सात मई को जैसे ही पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग शुरू हुई, दिनेश अपने साथियों के साथ जवाबी कार्रवाई में जुट गए। इसी दौरान पाक की ओर से दागा गया एक मोर्टार उनके पास आकर गिरा, जिससे हुए जोरदार धमाके में दिनेश और उनके पांच अन्य साथी गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में इलाज के दौरान दिनेश ने वीरगति प्राप्त की। गोलीबारी में भारतीय सेना के जवान के शहीद होने की पुष्टि भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर ने की है। ये हरियाणा के पलवल जिले के रहने वाले थे।
इससे सबसे अधिक प्रभावित पुंछ जिले और राजौरी तथा उत्तरी कश्मीर के बारामूला और कुपवाड़ा में सीमावर्ती इलाके हुए हैं। जिससे निवासियों में दहशत उत्पन्न हो गई। अधिकारियों ने कहा कि भारतीय सेना गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रही है, जिसके परिणामस्वरूप दुश्मन पक्ष के कई लोग हताहत हुए हैं, क्योंकि गोलीबारी में शामिल उनकी कई चौकियां नष्ट कर दी गई हैं। दोनों देशों के बीच 25 फरवरी, 2021 को संघर्षविराम समझौते के नवीनीकरण के बाद यह पहली बार है कि इतनी भारी गोलाबारी देखी गई है। वह हरियाणा के पलवल जिले के रहने वाले थे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को सीमा सड़क संगठन (BRO) की 50 परियोजनाओं के उद्घाटन के दौरान कहा कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान साहस, सतर्कता और मानवता का परिचय दिया। “हमारी सेनाओं ने आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की और यह सुनिश्चित किया कि आम नागरिकों को कोई नुकसान न हो।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सेना के साथ खड़े होने के लिए धन्यवाद भी दिया और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने एक नया इतिहास रच दिया है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पहलगाम में हुआ हमला बेहद क्रूर था, जिसमें 26 लोगों की हत्या की गई। अधिकतर को करीब से सिर में गोली मारकर मारा गया। यह हमला कश्मीर में लौटती सामान्य स्थिति को बिगाड़ने के इरादे से किया गया था। “हमारे पास इंटेलिजेंस इनपुट थे कि भारत पर और हमले हो सकते हैं। इसलिए हमने आतंक के ढांचे को नष्ट करने के लिए यह कार्रवाई की।”