
नई दिल्ली। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने 22 जुलाई मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की है। इधर राष्ट्रपति से हरिवंश की मुलाकात के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। माना जा रहा है कि हरिवंश अगले उप राष्ट्रपति हो सकते हैं। ये जद यू से राज्यसभा सांसद हैं। केन्द्र सरकार ने मंगलवार 22 जुलाई को उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को अधिसूचित कर दिया। धनखड़ ने 21 जुलाई सोमवार को रात में अचानक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए तत्काल प्रभाव से उपराष्ट्रपति पद छोड़ने की जानकारी दी थी।
हरिवंश ने की सदन की अध्यक्षता
उपराष्ट्रपति पद से धनखड़ के इस्तीफा देने के एक दिन बाद 22 जुलाई मंगलवार को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने सदन की सुबह की कार्यवाही की अध्यक्षता की। हरिवंश ने सदस्यों को बताया कि भारत के उपराष्ट्रपति पद पर चयन किए जाने की संवैधानिक प्रक्रिया के बारे में जब उन्हें जानकारी मिलेगी तो वह इसके बारे में बताएंगे। उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं। आमतौर पर धनखड़ दिन की शुरुआत में राज्यसभा की कार्यवाही की अध्यक्षता करते थे।
हरिवंश के उपराष्ट्रपति बनने की चर्चा
जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा देने के बाद से ही अगले उपराष्ट्रपति के नाम को लेकर चर्चा शुरू हो गई। सोशल मीडिया में अटकलों का दौर जारी है। जिसमें एक नाम जिसकी सबसे अधिक चर्चा की जा रही है, उसमें राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह शामिल हैं। हरिवंश जदयू से राज्यसभा सांसद हैं। अब जब राष्ट्रपति ने उन्हें मिलने के लिए बुलाया है, तो चर्चाओं का बाजार और भी गर्म हो गया। कहा जा रहा है कि हरिवंश देश के अगले उपराष्ट्रपति बनने वाले हैं। हालांकि अभी तक किसी के नाम की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार रात को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेजा था। मुर्मू को भेजे अपने त्यागपत्र में धनखड़ ने कहा कि वह ‘‘स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने’’ के लिए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं। धनखड़ ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा, ‘‘स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे रहा हूं।’’ धनखड़ (74) ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति का पदभार संभाला था और उनका कार्यकाल 2027 तक था। उनका इस्तीफा संसद के मानसून सत्र के पहले दिन आया।