
संतकबीरनगर (उ. प्र.)। जिले के टेमा रहमत में चल रहे सन्स हास्पिटल एण्ड ट्रामा सेन्टर में काम कर रही युवती की उसके बास ने ही गला घोंट कर हत्या कर दी। मामला लव ट्रैंगल का बताया जा रहा है। सिरफिरे अस्पताल संचालक ने खुद ही अपनी नर्स की हत्या कर संदिग्ध मौत की झूठी कहानी गढ़ने की कोशिश की। पुलिस की सख्ती के आगे उसकी एक न चली, उसने अपना गुनाह कुबूल कर लिया है। अस्पताल संचालक डॉक्टर ने बताया कि उसका नर्स के साथ अफेयर था, और एक दूसरे युवक से उसका बात करना नागवार लगा जिसके कारण उसकी जान ले ली। पुलिस ने 24 घंटे में मामले का खुलासा किया है।
बस्ती जिले के पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के पहरा गांव निवासी करीब 24 वर्षीय ममता चौधरी नर्स की जाब करती थी। सन्स हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर में आठ अप्रैल मंगलवार को सुबह नर्स का शव उसके कमरे में बेड पर मिला था। शरीर पर चोट और गले पर खरोंच के निशान थे। नर्स अस्पताल में नाइट ड्यूटी पर थी। घटना खलीलाबाद कोतवाली क्षेत्र के टेमा रहमत की है। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर अस्पताल संचालक डॉक्टर रंजीत भारती उर्फ रामजी राव के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। सीएमओ के निर्देश पर अस्पताल को सील कर दिया गया है। ममता चौधरी 13 महीने से सन्स हॉस्पिटल में नौकरी कर रही थी। वह अस्पताल के रिसेप्शन पर बैठती थी और नर्स का काम भी देखती थी। सात अप्रैल सोमवार की रात को उसकी ड्यूटी थी। आठ अप्रैल मंगलवार सुबह 7 बजे डॉक्टर रंजीत भारती ने ममता की मां को बताया कि तबीयत खराब होने के कारण उसकी मौत हो गई है। परिजनों ने मौके पर पहुंचकर हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। नर्स के गले पर खरोंच के निशान मिले थे। गले की हड्डियां भी टूटी हुई थीं। पुलिस मौके पर पहुंची। मां ने पुलिस को बताया कि ममता ने रात 11 बजे फोन करके कहा था कि वह सुबह आएगी। ममता 4 बच्चों में सबसे बड़ी थी। उसके पिता बाहर रहकर नौकरी करते हैं। उसने सात अप्रैल सोमवार रात में 11 बजे उसने मां को फोन करके बताया कि वह सुबह घर आएगी।
मंगलवार सुबह सात बजे तक ममता जब कमरे से बाहर नहीं निकली तो पड़ोस के कमरे के लोग पहुंचे। कमरे में कुंडी नहीं लगी थी। दरवाजा खोला गया नर्स बेसुध मिली। गले पर तीन जगह खरोंच के निशान दिखे। इसके बाद परिजनों को सूचना दी गई। अस्पताल पहुंचे परिजन हंगामा करने लगे। हंगामे की जानकारी पर सीओ, एएसपी सुशील सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। दोपहर में एसपी भी मौके पर पहुंचे। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने रंजीत भारती उर्फ रामजी राव के खिलाफ केस दर्ज किया है। उसने पहले कहा कि नर्स की किडनी में पांच माह से पथरी थी। उसकी दवा चल रही थी। रात में उसको दर्द हुआ तो इंजेक्शन और दवा दी गई।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिस समय अस्पताल सील किया। उस समय अस्पताल में चार मरीज भर्ती थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन्हें दूसरे अस्पताल में भिजवाया है। सूत्रों के अनुसार सरकारी चिकित्सक भी इस अस्पताल में ड्यूटी देते थे। इन सरकारी चिकित्सकों की बदौलत ही यह अस्पताल चलता था। पुलिस इस बात का भी पता कर रही है कि रात में कोई डॉक्टर मरीज देखने अस्पताल आया या नहीं। अस्पताल में मरीजों के साथ ही सोमवार को रात में तैनात सभी कर्मियों का ब्यौरा भी पुलिस जुटा रही है।
पुलिस ने सीसीटीवी की जांच की तो उस समय रात में कमरे की तरफ कोई आता नहीं दिख रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जिस कमरे में नर्स सोई थी। उस कमरे का दरवाजा हॉल से खुलता है। हॉल से छत पर जाने को एक सीढ़ी लगी है। तो अंदेशा जताया जा रहा है कि हत्यारा कहीं कमरे में हॉल में लगी सीढ़ी के रास्ते तो नहीं आया। पुलिस इस मामले में सभी पहलुओं से जांच कर रही है। अस्पताल में भर्ती मरीजों को देखने के लिए रात में उसके साथ एक और नर्स मौजूद थी। पुलिस ने उस नर्स से भी पूछताछ की है।
अस्पताल का संचालक करीब 37 वर्षीय रंजीत भारती उर्फ रामजी राव चंगेरा मंगेरा का निवासी है। उसने बताया कि वह सेमरियांवा क्षेत्र के सालेहपुर के सिंघोरवा दीगर गांव में किराये के मकान में क्लीनिक चलाया करता था। वर्ष 2018 से वह टेमारहमत में अलग – अलग स्थानों पर अपने अस्पताल का संचालन कर रहा है। घटना के बाद पुलिस ने अस्पताल में लगे सीसीटीवी के डीवीआर को अपने कब्जे में ले लिया। जिससे डीवीआर की पूरी तरह से छानबीन की जाएगी कि रात के समय अस्पताल में कौन आया था। साथ ही साथ अन्य चीजों को भी खंगाला जाएगा। मृतका युवती की मां बताती हैं कि उनके चार बच्चों में वो सबसे बड़ी थी। उसके पिता बाहर रहते हैं। घर पर उसके बाबा रहते हैं। वह काफी कर्मठ थी और अपने पैरों पर खड़े होना चाहती थी।
जिस मकान में अस्पताल का संचालन किया जाता है, वह मकान टेमा रहमत के निवासी कमालुद्दीन चौधरी का है। उनका परिवार पहले मुंबई रहता था। 15 दिन पहले ही उनके परिवार के लोग बाहर से आए हैं। वह इसी अस्पताल परिसर के एक हिस्से में परिवार के साथ शिफ्ट हुए हैं।
शव का पोस्टमार्टम चिकित्सकों के पैनल के द्वारा किया गया। इस पैनल में दो विशेषज्ञ महिला चिकित्सकों को भी शामिल किया गया था। पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गई है। इसके साथ ही कुछ अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों से भी परामर्श लिया गया है। इस तरह पैनल में चार डाक्टर शामिल थे।डॉक्टरों की टीम ने वेजाइनल स्वाब का नमूना भी लिया है। इसे यह जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला को भेजा जाएगा।
पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि आरोपी ने एक दिन पहले भी ममता की हत्या की कोशिश की थी। दूसरे दिन मौका मिलते ही उसने गला घोंटकर उसे मार दिया। जांच में यह भी पता चला कि आरोपी ने सीसीटीवी फुटेज से भी छेड़छाड़ की है। पुलिस की पूछताछ में रंजीत भारती उर्फ रामजी राव ने बताया कि मेरे हॉस्पिटल पर ममता चौधरी रिसेप्शन पर काम करती थी। उससे मेरा एक साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। कुछ दिनों से ममता हॉस्पिटल में काम करने वाले एक अन्य कर्मचारी अभिषेक से फोन पर बात करने लगी थी। सात अप्रैल की रात करीब 9 बजे उसने ममता को अस्पताल की छत पर बुलाया। उसे अभिषेक से बात करने और मिलने से मना किया। लेकिन वह मेरी बात मानने को तैयार नहीं थी। मैंने उस दिन गुस्से में उसे 2 थप्पड़ मारे। तभी अस्पताल में एक मरीज आ गया, तो मैं वहां से चला गया। लेकिन मेरा गुस्सा शांत नहीं हुआ। मैंने उसकी हत्या करने की योजना बनाई। अगले दिन 8 अप्रैल की सुबह करीब 7 बजे मैं मौका पाकर उसके कमरे में गया। उस समय लाइट भी कटी थी। सीसीटीवी भी बंद था। मैंने ममता की गला दबाकर हत्या कर दी। फिर कमरे के दरवाजे के ऊपर से हाथ डालकर अंदर से सिटकनी बंद कर दी। ताकि ऐसा लगे कि कमरे में कोई गया ही नहीं था। इसके बाद मैं अपने कमरे में जाकर सो गया। पुलिस कप्तान सत्यजीत गुप्ता ने आरोपी को मीडिया के सामने लाकर मामले का खुलासा किया। डॉक्टर ने सबको दिखाने के लिए ममता का चेकअप किया। आरोपी ने बताया कि कुछ देर बाद अस्पताल कर्मचारी साजिया खातून और अन्य कर्मचारी ममता को बुलाने गए। लेकिन उसने कमरे का दरवाजा नहीं खोला। फिर सब मेरे पास आए। हम लोग दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे। ममता बेड पर पड़ी थी। मैंने इलाज के बहाने ममता की जांच-पड़ताल की। फिर कर्मचारियों को बताया कि ममता की मौत हो चुकी है। इसकी सूचना उसके घर वालों को दी। इसके बाद ममता का मोबाइल लेकर मैं अपने बचने के लिए मौके से फरार हो गया था। पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि युवती के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है। अस्पताल में लगे सीसीटीवी को भी चेक किया गया। उसकी डीवीआर सुरक्षित रख ली गई है। संचालक के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।