
नई दिल्ली। आज सुबह तड़के दिल्ली में भूकम्प के झटके महसूस किए गए। भूकम्प तेज था और इसका केन्द्र धरती के पांच किलोमीटर नीचे बताया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नागरिकों से सावधान और सुरक्षा उपायों के साथ सुरक्षित रहने की अपील की है। यह भी कहा जा सकता है कि आज दिल्ली में लोगों की नींद भूकम्प से ही टूटी। दिल्ली-एनसीआर के बाद आज ही प्रातः बिहार, सिक्किम और ओडिशा के पुरी में भी भूकंप आया है। उधर बांग्लादेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। ओडिशा के पुरी में आया भूकम्प दिल्ली में आए भूकम्प से भी अधिक तीव्रता का था। दिल्ली में रिएक्टर स्केल पर भूकम्प की तीव्रता जहां 4 बताई जा रही है, तो ओडिशा में आए भूकम्प की तीव्रता 4.7 बताई जा रही है।
ओडिशा के पुरी में तो दिल्ली से भी ज्यादा जोरदार भूकंप आया है। पुरी में 4.7 तीव्रता का भूकंप आया। दिल्ली-एनसीआर के बाद बिहार, सिक्किम और पुरी में भी भूकंप ने लोगों को डरा दिया है। उधर बांग्लादेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और पूरे एनसीआर में आया यह भूकंप काफी जोरदार था। दिल्ली-एनसीआर में कई सेकंड तक धरती हिलती रही। अपार्टमेंट्स तक पत्ते की तरह झुलते नजर आए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि दिल्ली में आज सोमवार सुबह 5:36 बजे 4 तीव्रता का भूकंप आया। पिछले भूकंपों के उलट यह भूकंप दिल्ली में ही आया और इसकी उत्पत्ति पृथ्वी की सतह से सिर्फ 5 किमी नीचे हुई। दिल्ली-एनसीआर में जमाने बाद लोगों ने इतना जोरदार भूकंप महसूस किया। उन्हें धरती के अंदर से गड़गड़ाने की आवाज भी सुनाई दी। यहां बताना जरूरी है कि वैसे तो तीव्रता उतनी ज्यादा नहीं थी, क्योंकि केंद्र दिल्ली था, लेकिन लोगों ने इसे काफी देर तक महसूस किया।
दिल्ली-एनसीआर के बाद बिहार, हरियाणा, ओडिशा, सिक्किम और बांग्लादेश में भूकंप आया। सभी जगह लोग भूकंप से डर गए। दिल्ली – एनसीआर में भूकम्प की तीव्रता 4, सिक्किम में 2.3, ओडिशा के पुरी में 4.7, बिहार के सीवान में इसकी तीव्रता 4, हरियाणा में 4 और बांग्लादेश में 3.5 की तीव्रता के भूकम्प ने लोगों की नींद उड़ा दी।
दिल्ली में भूकंप का केंद्र धौला कुआं के झील पार्क क्षेत्र में था और वहां कुछ लोगों को भूकंप के बाद तेज आवाज सुनाई देने की खबरें आ रही हैं।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (National Centre For Seismology) के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई, जिसका केंद्र दिल्ली के पास ही धरती से 5 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया, और लिखा, ‘दिल्ली और आस-पास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस लोगों ने किए। सभी से शांत रहने और सुरक्षा सावधानियों का पालन करने की अपील करता हूं।”
भूकंप के बाद नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। बीजेपी नेता तजिंदर बग्गा ने आश्चर्यचकित होते हुए एक्स पर लिखा-‘भूकंप?’। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने भी ऐसा ही पोस्ट एक्स पर शेयर किया। दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर लिखा- मैं सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूँ। केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने एक्स पर लिखा-ये भूकंप काफी डरावना था ! महादेव सबको सुरक्षित रखें !
आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने एक्स पर लिखा- दिल्ली में अभी एक ज़ोर का भूकंप आया। भगवान से प्रार्थना करती हूं कि सब सुरक्षित होंगे।
दिल्ली पुलिस ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, ‘हम आशा करते हैं कि आप सभी सुरक्षित होंगे। किसी भी इमरजेंसी जैसी स्थिति में डायल 112 पर कॉल करें।’
दिल्ली भूकंपीय रूप से सक्रिय हिमालयी टकराव क्षेत्र से लगभग 250 किलोमीटर दूर स्थित है। क्रमशः हिमालयी और स्थानीय स्रोतों के कारण अक्सर दूर और निकट क्षेत्र में झटके महसूस करता है। बारह अप्रैल 2020 को 3.5 तीव्रता का भूकंप और 10 मई 2020 को उत्तर पूर्वी दिल्ली में 3.4 तीव्रता का भूकंप और 29 मई 2020 को रोहतक (दिल्ली से लगभग 50 किलोमीटर पश्चिम) के पास 4.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके बाद एक दर्जन से अधिक आफ्टरशॉक आए थे, जिससे घनी आबादी वाले इलाके में दहशत फैल गई थी। भारत के भूकंपीय ज़ोनिंग मानचित्र में दिल्ली को भूकंपीय ज़ोन IV में रखा गया है। यह इंट्राप्लेट क्षेत्र हिमालयी भूकंपों के कारण मध्यम से उच्च जोखिम का सामना करता है।