
(मनीष श्रीवास्तव ‘अंकुर’)
बस्ती (उ. प्र.)। साऊंघाट खंड में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के पावन पर्व पर पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राम जानकी मंदिर ओड़वारा बस्ती के महंत परम अंकित दास महाराज ने की। कार्यक्रम में विभाग संचालक नरेंद्र भाटिया की गरिमामयी उपस्थिति रही।
स्वयंसेवकों को पाथेय प्रांत प्रचार प्रमुख डॉक्टर अवधेश ने प्रदान किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना वर्ष 1925 में जन्मजात देशभक्त डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार जी ने की थी। संघ का प्रमुख उद्देश्य ऐसे राष्ट्रभक्त नागरिकों का निर्माण करना है जो समाज और राष्ट्र के प्रति समर्पित हों। डॉ. अवधेश जी ने बताया कि डॉक्टर हेडगेवार बाल्यकाल से ही राष्ट्रप्रेम की भावना से ओत-प्रोत थे। वे अंग्रेज अधिकारियों का स्वागत “वंदे मातरम्” से करते थे। उन्होंने कोलकाता से एमबीबीएस की उपाधि प्राप्त की थी, ताकि वे क्रांतिकारियों के संपर्क में आ सकें। कोलकाता में वे ‘अनुशीलन समिति’ के सक्रिय सदस्य रहे। डॉक्टर हेडगेवार ने भारत माता की व्याधि — अर्थात् छुआछूत, ऊँच-नीच और भेदभाव — को समाप्त करने के संकल्प के साथ 1925 में विजयादशमी के दिन महाराष्ट्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की। संघ ने समाज में “मैं और मेरा समाज” की भावना से आगे बढ़कर “हम और हमारा राष्ट्र” के भाव का विकास किया है। कार्यक्रम में विभाग कार्यवाह आशीष जी, अरविंद जी, धर्मराज जी, वीरेंद्र जी, अभिनव जी, चंद्रशेखर जी सहित अनेक स्वयंसेवक उपस्थित रहे। वातावरण राष्ट्रभक्ति और संगठन शक्ति से ओत-प्रोत रहा।