
बस्ती (उ. प्र.)। स्थानीय पं. अटिल बिहारी बाजपेई आडिटोरियम में पद्म श्री पुरस्कार प्राप्त कवि स्व. गोपाल दास नीरज की स्मृति में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरा का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि गो-सेवा आयोग उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष महेश शुक्ल, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष राजेंद्र नाथ तिवारी, अकुंर वर्मा, दयाशंकर मिश्र, कवि डा. सर्वेश अस्थाना, डा. देवेन्द्रनाथ श्रीवास्तव, जयन्त मिश्र, के.डी. मिश्र ने मां सरस्वती को पुष्प अर्पित करते हुए दीप जलाकर समारोह का शुभारम्भ किया।

महेश शुक्ल ने कहा कि स्व. गोपाल दास नीरज ने साहित्य के क्षेत्र मे भारत को पूरे विश्व मे नया आयाम दिया है। उनकी रचनाएं किताबों से लेकर बालीबुड तक आम जनमानस को उत्साहित कर रही हैं। उनकी रचनाएं हम सभी लोगो के लिए प्रेरणा है। साहित्य को बढ़ावा देने मे बस्ती जनपद की भूमि का बहुत बड़ा योगदान रहा है। आजादी की लड़ाई मे साहित्यकारों, कवियों की अहम भूमिका रही है, जिसको भुलाया नहीं जा सकता। बस्ती मे जन्में आचार्य राम चन्द्र शुक्ल, सर्वेश्वर दयाल सक्सेना, लक्ष्मी, नारायण लाल, रंग पाल सहित अन्य साहित्यकारों ने बस्ती जनपद को विश्व के मानत्रित पर स्वर्ण अक्षरों मे वर्णित किया है, जिसको बढ़ावा देने के लिए ऐसे कार्यक्रमो का आयोजन निरन्तर होना चाहिए।

कवि डा. सर्वेश अस्थाना ने सरस्वती वन्दना की प्रस्तुति किया। जिसके बाद 8 वर्षीय गरिमा श्रीवास्तव ने देश भक्ति गीत प्रस्तुत करके कार्यक्रम का भव्य शुभारम्भ किया। डा. सबा बलरामपुरी ने मोहब्बत को रूसवाइयों से है बचाना, डा. विनोद उपाध्याय ने प्यार की हर कड़ी समझते है – कृष्ण की बांसुरी समझते है सुनाकर खूब वाहवाही बटोरी। डा. सुरेश अवस्थी ने लाओं कहीं से आग मशालों के वास्ते – कब से तरस रहे है उजालों के वास्ते और महेश प्रताप श्रीवास्तव ने जो भी है हमारा जो हमारा नहीं होगा तो कोई और हमको गंवारा नही होगा सुनाया। राहुल शर्मा ने अगर लिखोगे वसीयत अपनी जो जान पाओगे ये हकीकत, डा. सर्वेश अस्थाना हम राम पर कविता लिखना चाहते थे लेकिन उसकी उधेड़बुन साझा की। डा. रामकृष्ण लाल जगमग ने लैला बोली कैश से पूंछ रहे क्या हाल जैसे कई शानदार दुमदार दोहे सुनाए। नदीम फरूर्ख, राव अजात शत्रु, प्रो0. शैलेश गौतम, श्याम द्विवेदी पकंज, श्री रंग पाण्डेय, शहबाज तालिब तथा पवन आगरी ने अपनी रचनाओं से वाहवाही लूटी।

कवि सम्मेलन में गोपाल दास नीरज के सुपुत्र शशांक नीरज ने भी अपनी रचनायें प्रस्तुत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. ज्ञानेन्द्र दीपक द्विवेदी ने किया और संचालन डा. सर्वेश अस्थाना ने किया। कार्यक्रम मे डा. राम कृष्ण लाल जगमग द्वारा लिखी गयी पुस्तक ‘नन्हे मुन्हों का संसार’ का अतिथियों द्वारा लोकार्पण किया गया। इस मौके पर सदर विधायक महेंद्र नाथ यादव, पूर्व विधायक दयाराम चैधरी, विधायक राजेन्द्र चौधरी, पूर्व ब्लाक प्रमुख राना दिनेश प्रताप सिंह, भाजपा नेत्री रोली सिंह, राजाराम यादव, अशोक श्रीवास्तव, रमेश चन्द्र श्रीवास्तव, शैलेन्द्र गौतम, जगदीश शुक्ल, इरफान मलिक, सन्तोष सिंह, विनय शुक्ल, मानवी सिंह, राहुल चैधरी, सर्वेश श्रीवास्तव, अमित सिंह, राजेश चित्रगुप्त, अश्वनी श्रीवास्तव, चन्द्र भूषण मिश्र,असगर जमील, राजेन्द्र उपाध्याय, दिनेश श्रीवास्तव, हरि प्रकाश श्रीवास्तव, हसन ताकीब रिजवी, रघुनाथ सिंह, अर्चना श्रीवास्तव, दीपक सिंह प्रेमी, अफजल अहमद सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संयोजन अनुराग श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम के अंत में अनुराग श्रीवास्तव, आलोक श्रीवास्तव और देवेंद्र नाथ श्रीवास्तव ने सभी का आभार व्यक्त किया और कवियों तथा अतिथियों को अंग वस्त्र तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।





