
शाहजहांपुर। एक पिता ने 4 बच्चों की सोते वक्त हत्या कर दी। इसके बाद खुद फांसी पर लटककर सुसाइड कर लिया। वारदात के वक्त पत्नी मायके गई थी। बच्चों की इतनी बेरहमी से हत्या की गई थी कि शव देखकर पुलिसवाले भी सहम गए। पूरे कमरे में खून बिखरा हुआ था। 3 बच्चियों और एक बेटे का शव चारपाई पर पड़ा था। सभी की गर्दन कटी हुई थी। पास में ही चापड़ रखा था। उसी कमरे में फंदे पर पिता का शव लटका हुआ था। घटना रोजा थाना क्षेत्र के मानपुर चकरी गोटिया गांव की है।
एसपी सिटी देवेंद्र सिंह ने बताया- पिता का नाम राजीव कुमार है। पिता ने बेटी स्मृति (12), कीर्ति (9) और प्रगति (7) और बेटे रिषभ (11) की सोते वक्त हत्या की है। फिर खुद सुसाइड कर लिया। हत्या की वजह अभी स्पष्ट नहीं है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। फोरेंसिक टीम ने कमरे की जांच की है।
वारदात के वक्त घर में पिता और 4 बच्चे ही थे। राजीव के पिता पृथ्वीराज ने पुलिस को बताया कि वह घर के बाहर थोड़ी दूर खेत में सोता था। गुरुवार सुबह करीब 6 बजे घर पहुंचे तो गेट अंदर से बंद था। काफी देर तक आवाज लगाई, लेकिन गेट नहीं खुला। इसके बाद पड़ोसियों को बुलाया। दीवार फांदकर अंदर गया तो कमरे में चारों तरफ खून बिखरा हुआ था। चारों बच्चों की खून से लथपथ लाश चारपाई पर पड़ी हुई थी। जबकि राजीव फंदे पर लटका हुआ था। उन्होंने बताया कि बहू एक दिन पहले ही मायके गई थी।
एक साल पहले एक्सीडेंट हुआ था, सिर पर आई थी चोट पिता पृथ्वीराज ने बताया कि एक साल पहले राजीव का एक्सीडेंट हो गया था। उसके बाद मानसिक रूप से बीमार रहने लगा था। राजीव का बरेली के अस्पताल में इलाज चल रहा था। राजीव ने अपने अपने डॉक्टर से कहा था कि मुझे लगता है कि मुझको सब मार देंगे। दिमाग में अजीब सी सनसनाहट होती है। ये बात डॉक्टर ने इलाज वाले पर्चे पर भी लिखी थी।
हालांकि एडीजी बरेली जोन रमित शर्मा और आईजी राकेश कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। उन्होंने कहा कि वह मानिसक रूप से बीमार था। उसके बाद उसने अपने बच्चो की हत्या करने के बाद सुसाइड किया है। पड़ोसियों ने बताया कि राजीव की 14 साल पहले क्रांति से शादी हुई थी। पहले वह मजदूरी करता था। एक्सीडेंट के बाद मानसिक स्थिति खराब होने के कारण बीते एक साल से बेरोजगार था। घर पर ही रहता था। पिता पृथ्वीराज के पास 4 बीघा पट्टे की जमीन है। इसी से घर का गुजारा चलता था। आर्थिक तंगी के कारण आए दिन पत्नी से विवाद होता था। बुधवार को भी झगड़ा करके पत्नी अपने मायके चली गई थी।
घटना की जानकारी मिलने पर राजीव की पत्नी क्रांति भी पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंची। क्रांति ने रोते हुए अपने ससुर पृथ्वीराज से कहा- मैं आपसे कहकर गई थी कि बच्चों को अपने पास सुला लेना। इस आदमी का कोई भरोसा नहीं। इसपर पृथ्वीराज ने बताया कि छोटा बेटा रिषभ रात में उसी के संग घर के बाहर सोया था। पर रात में राजीव उसे भी घर के अंदर लेकर चला गया। क्रांति ने बताया कि उसने बच्चों को भी मायके ले जाने की बात कही थी, पर राजीव ने नहीं ले जाने दिया था। पत्नी क्रांति ने बताया कि एक्सीडेंट के बाद से राजीव की मानसिक स्थिति बेहद खराब हो गई थी। दौरे आने पर वह अक्सर कहता था कि बच्चों को जान से मार दूंगा और खुद को भी मार डालूंगा। हालांकि उसने पहले कभी ऐसा कदम नहीं उठाया था। पांच भाइयों में सबसे बड़ा था राजीव पृथ्वीराज ने बताया कि राजीव 5 बेटों में सबसे बड़ा था। दूसरे और तीसरे नंबर के भाई संजीव और राजन पास के ही मकान में रहते हैं। चौथे नंबर का भाई कुलदीप शहर में काम करता है। जबकि सबसे छोटा बेटा अंकित की ब्रेन ट्यूमर के कारण डेढ़ साल पहले मौत हो चुकी है। राजीव की मां की भी दो साल पहले मौत हो चुकी है। एसपी सिटी योगेंद्र ने बताया कि हत्या के बाद सुसाइड का मामला है। फोरेंसिक टीम ने जांच की है। हत्या में इस्तेमाल बांका बरामद कर लिया है। पूछताछ में पता चला है कि हत्यारोपी राजीव की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। बच्चों की मां को सूचना दे दी गई है। मामले की जांच की जा रही है।