
मनीष श्रीवास्तव ‘अंकुर’
सिद्धार्थनगर (उ. प्र.)। पड़ोसी देश नेपाल के हालात एक बार फिर बिगड़ गए हैं। इस बार प्रत्यक्ष कारण सोशल मीडिया बना हैं जबकि नेपाल में प्रत्यक्ष से अधिक परोक्ष कारण हावी रहते हैं। सोशल मीडिया बैन के खिलाफ भड़के जेनजी आंदोलन में प्रदर्शनकारी संसद में घुस गये थे। आंदोलन रोकने और सुरक्षा कार्यवाहियों में अब तक 19 लोग की मौत हो जाने की सूचना है। उग्र आंदोलन के रुख थमता न नजर आने पर नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया बैन वापस लेते हुए अब सेवायें बहाल कर दी हैं। कई मंत्रियों के इस्तीफे के बाद भी प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में आग लगा दी। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भी इस्तीफा दे दिया है। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति आवास पर भी चढ़ गये हैं।
नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सरकार द्वारा लगाए गए बैन के खिलाफ युवाओं का गुस्सा अब चरम पर पहुंच गया है। सोमवार को राजधानी काठमांडू सहित देश के कई प्रमुख शहरों में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। आंदोलन के दौरान हालात उस समय बेकाबू हो गए जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में घुसपैठ कर ली। नेपाल में विरोध प्रदर्शनों के बीच हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को भी इस्तीफा देना पड़ा है। राष्ट्रपति पौडेल के निजी आवास पर कब्जा कर आगजनी की गई है। मंत्रियों के घरों को निशाना बनाया जा रहा है और कई मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। विरोध प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया है। राजधानी काठमांडू समेत कई इलाकों में आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव की घटनाएं सामने आ रही हैं। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के निजी आवास पर प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर तोड़फोड़ की और आग लगा दी।
इससे पहले प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की पार्टी के नेता रघुवीर महासेठ और माओवादी अध्यक्ष प्रचंड के घरों पर भी हमला हुआ। गृहमंत्री रमेश लेखक, कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी, स्वास्थ्य मंत्री समेत पांच मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं। लगातार बढ़ते दबाव के बीच पीएम ओली इलाज के नाम पर दुबई जाने की तैयारी कर रहे हैं और उन्होंने उपप्रधानमंत्री को कार्यवाहक जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया है। कर्फ्यू और सुरक्षा के सख्त इंतजामों के बावजूद विरोध प्रदर्शनों का दायरा बढ़ता जा रहा है और राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। इस बीच पीएम केपी शर्मा ओली ने सेना से अपनी सुरक्षित निकासी की अपील की थी। जिसके बाद कहा जा रहा है कि सेना उन्हें किसी अज्ञात स्थान पर ले गई है।
कहा यह भी जा रहा है कि ओली के पद छोड़ने के बाद सेना आगे आ सकती है। केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद एक नाम की चर्चा खूब हो रही है और वो नाम है बालेंद्र शाह का, जो बालेन शाह के नाम से चर्चित हैं। ओली सरकार के सत्ता से बाहर होने के बाद नेपाल की युवा पीढ़ी बालेंद्र शाह को नेता बनाने की मांग कर रही है। बालेंद्र शाह काठमांडू के 15वें मेयर हैं। बालेंद्र पेशे से सिविल इंजीनियर और रैपर भी रहे हैं। बालेंद्र शाह ने साल 2022 में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में मेयर चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया था।