
गोरखपुर (उ.प्र.)। उत्तर प्रदेश में एम्बुलेंस सेवा प्रदाता कंपनी जीवीके ईएमआरआई की भ्रष्ट नीतियों और नौ हजार कर्मचारियों को बर्खास्त किये जाने से पीड़ित कोरोना योद्धाओं की पीड़ा से अवगत कराने को जीवन दायिनी 108 व 102 एम्बुलेंस संघ ने 11 जुलाई को गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में भेंट की। प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पाण्डेय ने कम्पनी के भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और अकारण बर्खास्त किये गये कर्मचारियों की वापस बहाल किये जाने की मांग की।
जीवनदायिनी ऐम्बुलेंस संघ के पदाधिकारियों ने गोरखपुर स्थित मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचकर मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी मांगों को रखा। एम्बुलेंस संघ के प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडेय ने बताया कि डायल 108 व 102 एम्बुलेंस संचालित करने वाली कम्पनी जीवीके ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विस का व्यापक भष्ठाचार चरम पर है। यहां हर तरह से कर्मचारियों का शोषण किया जाता है। हनुमान पाण्डेय ने योगी जी को अवगत कराया कि हम सब कर्मचारी इस कम्पनी की भ्रष्ट नीति को लेकर आवाज उठा रहे थे। कुछ असामाजिक तत्वों की मिली भगत से हम निष्ठावान कर्मचारियों को दोषी ठहरा कर 9000 कर्मचारियों को अकारण बर्खास्त कर दिया है।
हनुमान पाण्डेय ने कहा कि एम्बुलेंस कर्मचारियों ने कोरोना काल महामारी में अपनी जान की परवाह न करते हुए देश हित में उत्कृष्ट सेवाएं दी हैं। कर्मचारियों की समस्या लंबे समय से निस्तारित न होने के कारण कर्मचारियों का परिवार भुखमरी की कगार पर है। प्रदेश अध्यक्ष ने कर्मचारियों को बहाल करने के लिए मुख्यमंत्री को एक लिखित पत्र दिया है। जनता दर्शन में मुख्यमंत्री जी के द्वारा आश्वासना दिया गया है इस पर कार्रवाई की जाएगी।