
श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छ: जून 2025 शुक्रवार को चिनाब ब्रिज एवं अंजी ब्रिज के उद्घाटन के साथ ही कटरा – श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही भारत का 130 साल का सपना हो गया। इस परियोजना में 70 साल का समय लगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने कटरा में एक जनसभा में बोलते हुए कहा कि उधमपुर – श्रीनगर – बारामूला रेल नेटवर्क सिर्फ नाम नहीं है, बल्कि जम्मू – कश्मीर के नए सामर्थ्य की पहचान है। भारत के नए सामर्थ का जयघोष है। पीएम मोदी ने कहा, “वीर जोरावर सिंह जी की ये भूमि है। मैं इस धरती को प्रणाम करता हूं। आज का ये कार्यक्रम भारत की एकता और भारत की इच्छाशक्ति का विराट उत्सव है। माता वैष्णो देवी के आशीर्वाद से आज वादिए कश्मीर रेल नेटवर्क से जुड़ गई है। कश्मीर से कन्याकुमारी अब रेलवे नेटवर्क के लिए भी हकीकत बन गया है। उधमपुर – श्रीनगर – बारामूला रेल नटवर्क सिर्फ नाम नहीं है बल्कि जम्मू – कश्मीर के नए सामर्थ्य की पहचान है। भारत के नए सामर्थ का जयघोष है।”
पीएम मोदी बोले, “कश्मीर की अनेक पीढ़ियां रेल कनेक्टिविटी का सपना देखते देखते गुजर गईं। मैं कल सीएम उमर अब्दुल्ला का बयान देख रहा था और उन्होंने अभी भी बताया – आज जम्मू-कश्मीर के लाखों लोगों को सपना पूरा हुआ है। जितने अच्छे काम हैं, वो मेरे लिए ही बाकी रहे हैं। इस प्रोजेक्ट ने हमारे कार्यकाल में गति पकड़ी और हमने इसे पूरा करके दिखाया। बीच में कोरोना के कारण अनेक मुसीबत आईं लेकिन हम डटे रहे।” नरेन्द्र मोदी ने कहा कि “ये प्रोजेक्ट पूरा करना मुश्किल था, चुनौतीपूर्ण था। लेकिन हमारी सरकार ने चुनौती को ही चुनौती देने का रास्ता चुना है। आज जम्मू-कश्मीर में बन रहे अनेकों ऑल वेदर इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स इसका उदाहरण हैं। कुछ महीने पहले ही सोनमर्ग टनल पूरी हुई है। कुछ समय पहले ही मैं चिनाब और अंजी ब्रिज से होकर आपके बीच आया हूं। इन पुलों पर चलते हुए भारत के बुलंद इरादों को, हमारे इंजीनियर्स, हमारे श्रमिकों के हुनर और हौसले को जिया है।” प्रधानमंत्री बोले, “ये पीर पंजाल की दुर्गम पर खड़ी भारत की शक्ति का जीवंत प्रतीक है। ये भारत के उज्ज्वल भविष्य की सिंह गर्जना है। ये दिखाता है कि विकसित भारत का सपना जितना बड़ा है, उतना ही बुलंद हमारा हौसला और हमारा सामर्थ है और सबसे बड़ी बात नेक इरादा है, अपार पुरुषार्थ है।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी चिनाब नदी पर बने विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल के निकट स्थित ‘व्यू प्वाइंट’ पर पहुंचे और उन्हें इस परियोजना के बारे में जानकारी दी गई। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों अश्विनी वैष्णव, जितेंद्र सिंह और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ पुल के पास बने रेलवे संग्रहालय का दौरा किया। प्रधानमंत्री को संग्रहालय में इंजीनियरों और श्रमिकों के साथ बातचीत करते भी देखा गया। यह संग्रहालय रियासी जिले में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे मेहराब वाले रेलवे पुल का हिस्सा है। बाद में प्रधानमंत्री मोदी ने चिनाब रेलवे पुल और अंजी नदी पर भारत के पहले ‘केबल-स्टेड’ रेलवे पुल का उद्घाटन किया। यह पुल पेरिस स्थित एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है। पीएम मोदी ने कटरा से श्रीनगर तक चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। अगले ही दिन यानी 7 जून 2025 से इस रूट पर आम लोगों के लिए ट्रेनें चलनी शुरू हो जाएंगी। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक की बात करें तो इस रास्ते में कई ऐसी सुरंगें हैं जो इस रेल लिंक को इंजीनियरिंग का एक अनोखा नमूना बनाती हैं। 272 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग में से लगभग 119 किलोमीटर की यात्रा 36 सुरंगों से होकर गुजरती है, जिसमें भारत की सबसे लंबी रेलवे सुरंग T-50 भी शामिल है।
कश्मीर तक रेल का सपना, दशकों का नहीं है। बल्कि यह एक सदी से भी पुराना है। महाराजा हरि सिंह (Maharaja Hari Singh) के पोते और पूर्व सदर-ए-रियासत कर्ण सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह के मुताबिक, उन्हें गर्व है कि 130 साल पहले डोगरा शासक की योजना आखिरकार साकार हो गई है। यह एक परियोजना थी, जो एक सदी से भी अधिक समय तक अधूरी रही थी। लेकिन अब कश्मीर तक ट्रेन का सपना पूरा हो गया है। कटड़ा रेलवे स्टेशन से श्रीनगर के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रेन में सवार स्कूली बच्चों से बातचीत भी की। उन्होंने ट्रेन में मौजूद रेलवे कर्मचारियों से भी बातें की। इससे पहले पीएम मोदी चिनाब ब्रिज का निरीक्षण करने के दौरान पुल के पास बने व्यू पॉइंट पर गए, जहां उन्हें अधिकारियों ने परियोजना से जुड़ी जानकारी दी। उनके साथ केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और जितेंद्र सिंह और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी मौजूद रहे। कश्मीर तक ट्रेन लाने के लिए उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (What is USBRL) के तहत कार्य किया गया। इसमें दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल चिनाब ब्रिज (Chenab Railway Bridge), जो नदी से 359 मीटर ऊंचाई पर है। इसके साथ ही केबल स्टेड अंजी खड्ड पुल (Anji Khadda Bridge) भी शामिल हैं। यह ब्रिज 331 मीटर ऊंचाई पर है। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना इंजीनियरिंग में एक नया चमत्कार माना गया है।
पीएम मोदी ने चिनाब ब्रिज के बाद भारत के पहले केबल-स्टेड अंजी पुल का भी उद्घाटन किया। कश्मीर तक रेल लाने का सपना उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (USBRL) परियोजना के अंतर्गत पूरा हुआ है। यह प्रोजेक्ट का अंतिम चरण था, जिसके पूरा होने में 70 साल का समय लगा है।