
नई दिल्ली। पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने भारत को परमाणु जंग की धमकी है। मुनीर ने सिंधु जल संधि स्थगित करने को लेकर भारत पर 10 मिसाइलों से हमला कर तबाह करने की बात कही। यह दावा दि प्रिंट की एक रिपोर्ट में किया गया है। असीम मुनीर ने कहा, ‘भारत के इसे स्थगित करने के फैसले से 25 करोड़ लोगों के भुखमरी का खतरा पैदा हो सकता है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम एक परमाणु संपन्न राष्ट्र हैं और अगर हमें लगता है कि हम डूब रहे हैं, तो हम आधी दुनिया को अपने साथ ले जाएंगे।’
असीम मुनीर ने ये धमकी, टाम्पा के ग्रैंड हयात होटल में पाकिस्तान मूल के कारोबारी अदनान असद की तरफ से रखे गये एक डिनर कार्यक्रम में दी है, जिसमें करीब 120 पाकिस्तानी डायस्पोरा के सदस्य मौजूद थे। डिनर में मेहमानों को मोबाइल या दूसरे डिजिटल डिवाइस लाने की अनुमति नहीं थी, इसलिए भाषण का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है। द प्रिंट ने वहां मौजूद लोगों से पूछताछ के आधार पर जानकारी दी है।
भारत अपना नुकसान माने
मुनीर ने मई में हुए चार दिन के युद्ध में भारत के नुकसान पर तंज कसा और कहा कि भारत को संघर्ष में हुए नुकसान को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर भारत अपने नुकसान का ब्योरा दे, तो पाकिस्तान भी ऐसा करने को तैयार है।उन्होंने भारत को चमकती मर्सिडीज और पाकिस्तान को रेत से भरा डंप ट्रक कहा। उन्होंने कहा- अगर ट्रक कार से टकराएगा, तो नुकसान किसका होगा? मुनीर ने कहा, ‘हम भारत के पूर्व से शुरुआत करेंगे, जहां उनके मूल्यवान संसाधन हैं, और फिर पश्चिम की ओर बढ़ेंगे।’
दो महीने में दूसरी अमेरिका यात्रा
फील्ड मार्शल मुनीर अमेरिका की मध्य कमान (CENTCOM) के कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला के सेवानिवृत्ति समारोह में शामिल होने फ्लोरिडा आए थे। इस समारोह में इजराइल के रक्षा बलों का एक प्रतिनिधि भी मौजूद था। यह दो महीने में उनकी अमेरिका की दूसरी यात्रा है।
इससे पहले वे 14 जून को वॉशिंगटन डीसी में अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ के जश्न में शामिल हुए थे। इसके अलावा मुनीर ने राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ व्हाइट हाउस में दो घंटे की लंच मीटिंग की थी। यह बैठक बंद कमरे में हुई थी। यह पहली बार था जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ की मेजबानी की।
ट्रम्प को नोबेल के लिए नॉमिनेट किया
मुनीर ने भारत-अमेरिका के बीच हाल के टैरिफ तनाव पर मजाक उड़ाते हुए कहा कि पाकिस्तान को विश्व शक्तियों के बीच संतुलन बनाने की मास्टर-क्लास देनी चाहिए। मुनीर ने मजाक में कहा कि पाकिस्तान ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प को नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया, क्योंकि हम अच्छे काम की तारीफ करते हैं।
क्या है सिंधु जल समझौता
सिंधु नदी प्रणाली में कुल 6 नदियां हैं- सिंधु, झेलम, चिनाब, रावी, ब्यास और सतलुज। इनके किनारे का इलाका करीब 11.2 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इसमें 47% जमीन पाकिस्तान, 39% जमीन भारत, 8% जमीन चीन और 6% जमीन अफगानिस्तान में है। इन सभी देशों के करीब 30 करोड़ लोग इन इलाकों में रहते हैं। 1947 में भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के पहले से ही भारत के पंजाब और पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बीच नदियों के पानी के बंटवारे का झगड़ा शुरू हो गया था। 1947 में भारत और पाक के इंजीनियरों के बीच ‘स्टैंडस्टिल समझौता’ हुआ। इसके तहत दो मुख्य नहरों से पाकिस्तान को पानी मिलता रहा। ये समझौता 31 मार्च 1948 तक चला।
1 अप्रैल 1948 को जब समझौता लागू नहीं रहा तो भारत ने दोनों नहरों का पानी रोक दिया। इससे पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की 17 लाख एकड़ जमीन पर खेती बर्बाद हो गई। दोबारा हुए समझौते में भारत पानी देने को राजी हो गया। इसके बाद 1951 से लेकर 1960 तक वर्ल्ड बैंक की मध्यस्थता में भारत पाकिस्तान में पानी के बंटवारे को लेकर बातचीत चली और आखिरकार 19 सितंबर 1960 को कराची में भारत के PM नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान के बीच दस्तखत हुए। इसे इंडस वाटर ट्रीटी या सिंधु जल संधि कहा जाता है।
भारत ने इस समझौते को रद्द किया
भारत ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के दूसरे दिन 24 अप्रैल को पाकिस्तान के साथ 65 साल पुराना सिंधु जल समझौता रोक दिया था। इस आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे।