
बस्ती (उ. प्र.)। विश्व आदिवासी दिवस पर जिला अस्पताल चौराहे से जिलाधिकारी कार्यालय तक जुलूस निकाला गया। इसके बाद जिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को देकर समस्याओं के निस्तारण की मांग किया गया। ज्ञापन में मांग किया गया है कि बस्ती मण्डल मुख्यालय पर महारानी दुर्गावती, भगवान विरसा मुण्डा की प्रतिमा स्थापित कराये जाने, शासनादेश के अनुरूप अनुसूचित जन जाति का प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराये जाने आदि की मांग शामिल है।

अखिल भारत वर्षीय गोंड महासभा के पूर्व जिलाध्यक्ष राम लला गोंड के नेतृत्व में निकाले गये जुलूस और ज्ञापन देने वालों में बड़ी संख्या में गोंड महासभा के पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे। ज्ञापन देेने के बाद राम लला गोंड ने कहा कि आदिवासी जमीन के लिए आज भी संघर्ष कर रहा है, विकास के नाम पर आदिवासियों की जमीन छीनी जा रही है, साथ ही गैरकानूनी तरीके से भी उनके जमीन पर कब्जा हो रहा है. सच्चाई यह है कि अगर जमीन नहीं होगी, तो आदिवासी नहीं रहेगा और ना ही उनकी सभ्यता और संस्कृति रहेगी। आदिवासी समाज के अधिकार, जल, जंगल, जमीन की रक्षा होने के साथ ही उन्हें केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले इस दिशा में संघर्ष जारी रहेगा।
जुलूस और ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से गोंड महेश चन्द्रवंशी, गुड्डू कुमार गोंड, सचिन कुमार, शुभम, अरूण, अमित, प्रमोद, दयाराम, आकाश, आशुतोष, चन्द्रभान, दुर्गेश, उमेश, रामचन्द्र, शिव प्रसाद, रामानन्द, जगराम, रूद्र प्रताप, विकास, उमाकान्त, जय, अंकित, हरीराम, रामपत, मनिराम, अंशिका, सुभावती, गीता के साथ ही गोंड जन जाति समाज के अनेक पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।





