
लखनऊ। अपनी लम्बित मांगों को लेकर 108 व 102 ऐम्बुलेंस संघ के पदाधिकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक के आवास पर जाकर उनसे भेंट की और एम्बुलेंस सेवा प्रदाता कंपनी जीवीके ईएमआरआई की अनियमितताओं की शिकायत की। एम्बुलेंस कर्मियों ने सोमवार 28 जुलाई को बृजेश पाठक से अपना दर्द बयां किया। कर्मचारियों ने कोरोना काल में जी जान की बाजी लगाकर लोगों की सेवा करने वाले कोरोना योद्धाओं को बेवजह बर्खास्त किये के प्रति दुख व्यक्त करते हुए उन्हें तत्काल बहाल किये जाने की मांग की।
संघ ने पत्र देकर बताया कि एक सप्ताह पहले मुख्यमंत्री को गोरखपुर उनके जनता दरबार में ऐम्बुलेंस सेवा प्रदाता कंपनी की शिकायतें एवं संघ की लम्बित मांगे विस्तार से बताया गया। उन्होंने कारवाई का आश्वासन दिया था। संघ ने पत्र देकर स्वास्थ्य मंत्री से लंबित मांगों को अति शीघ्र पूरा करने के लिए अनुरोध किया।
संघ ने बताया कि 75 जनपदों में तैनात कर्मचारियों को अधिक दूरी के ट्रांसफर पर रोक लगाई जाए।
कर्मचारी भविष्य निधि समय से जमा की जाए तथा ESIC कार्ड दिया जाए। 9000 बर्खास्त कर्मचारियों को बहाल किया जाए। तथा फर्जी केस टारगेट पर रोक लगाई जाए तथा समय से ऐम्बुलेंस का मेंटिनेस एवं सर्विस कराई जाए। एम्बुलेंस में डीजल आपूर्ति की समस्याओं का निराकरण किया जाए। इन सब समस्याओं को निस्तारण का आश्वासन स्वास्थ्य मंत्री ने दिया है। जानकारी के लिए बता दूं कि संघ की बर्खास्तगी की बहाली का मुद्दा पिछले 4 साल से चल रहा है परंतु अभी बहाली नहीं हुई। संघ की तरफ से महामंत्री नितिश कुमार, अभिषेक मिश्रा आदि अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।