
संतकबीरनगर। सड़क पर काल बनकर दौड़ रही एक बस ने जिले के बूधा नहर के पास आटो रिक्शा को कुचल दिया, जिसमें अस्पताल से घर जा रहे एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई। हादसे में मौके पर ही सर्वजीत (30), उनका बेटा अमन (2) और एक बुजुर्ग महिला भिखना देवी (55) की मौत हो गई। बाकी लोग खून से लथपथ हालत में तड़पते रहे। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान 40 वर्षीय मुराली की भी जीवन लीला समाप्त हो गई। स्थानीय लोगों और कांटे चौकी पुलिस की मदद से घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया।
इस दर्दनाक हादसे में घायलों में सरिता (28), उनका 2 साल का बेटा अमर, इंद्रजीत (40) और गीता (40) की हालत गंभीर थी। डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। बूधा खुर्द गांव निवासी सर्वजीत की मां को 27 मई मंगलवार दोपहर सांप ने काट लिया था। परिवार के लोग उन्हें तुरंत पास में भुजैनी के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए। शाम करीब सात बजे मां की स्थिति थोड़ी ठीक हुई तो आठ लोग ऑटो में सवार होकर वापस गांव लौटने लगे। लेकिन किसे पता था कि ये सफर उनके लिए आखिरी साबित होगा। सभी आठ लोग आटो से घर जा रहे थे कि बूधा नहर के पास सामने से मौत बनकर आ रही रोडवेज बस ने सीधी टक्कर मार दी। हादसा इतना भयानक था कि ऑटो बुरी तरह चकनाचूर हो गया।
हादसे की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी आलोक कुमार, एसपी संदीप कुमार मीना, एडीएम जय प्रकाश समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गये। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं अफसरों ने पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।