
मंदसौर (म. प्र.)। जिले के नारायणगढ़ क्षेत्र में हुए भीषण हादसे में एक तेज रफ्तार इको कार अनियंत्रित होकर एक खुले कुएं में जा गिरी। जिससे 12 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। पुलिस के अनुसार, यह हादसा 28 अप्रैल रविवार को बूढ़ा-टकरावत फंटे के पास हुआ। कार सवार उज्जैन से नीमच के आंतरी माता मंदिर जा रहे थे। तेज गति के कारण कार पहले एक बाइक से टकराई, जिससे बाइक सवार गोबर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद कार अनियंत्रित होकर पास के कुएं में गिर गई।
नागरिकों और पुलिस ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया। सांजीत गांव के मनोहर सिंह ने कुएं में उतरकर लोगों को बचाने की कोशिश की, लेकिन जहरीली गैस के कारण उनकी भी मौत हो गई। बचाव दल ने कड़ी मशक्कत के बाद क्रेन की सहायता से कार को कुएं से बाहर निकाला। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने भी घटनास्थल का दौरा किया और 12 लोगों की मौत की पुष्टि की। मृतकों में मनोहर सिंह और गोबर सिंह के अलावा कन्हैयालाल कीर, नागू सिंह, पवन कीर, धर्मेंद्र सिंह, आशा बाई, मधु बाई, मांगू बाई और राम कुंवर शामिल हैं, जो सभी रतलाम जिले के रहने वाले थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने गंभीर रूप से घायलों को 1-1 लाख रुपये और सामान्य घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है।